हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern in Hindi

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न

पिछले लेख में हमने मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न और इवनिंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जाना । आज के इस लेख में हम समझने की कोशिश करेंगे की हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है। इसका निर्माण कब होता है। इसका स्टॉपलॉस और टारगेट क्या होना चाहिए। और इस पैटर्न के बनने के बाद ट्रेड में एंट्री कब लेना होता है।

जब किसी कैंडल के नीचे के तरफ से शैडो बहुत बड़ा हो।और कैंडल की बॉडी बहुत ही छोटी हो तो उसे कैंडल को हैमर कैंडल कहते हैं। हैमर कैंडल के शैडो बॉडी के चार-पांच गुना बड़ी होती है। और यह बिल्कुल हथौड़े की तरह दिखता है इसलिए इसे हैमर कैंडल कहते हैं।

इस तरह का हैमर कैंडल तब बनता है जब मार्केट में पहले बिकवाली होती है। और उसके बाद बहुत सारे बायर्स आकर बहुत ज्यादा खरीदारी कर देते हैं। और यह अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास जाकर क्लोज हो जाता है। इस कारण इस कैंडल का नीचे वाला शैडो बहुत बड़ा बन जाता है और बॉडी बहुत छोटी रह जाती है। और यह कैंडल एक हथौड़े की तरह दिखने लगता है।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern in Hindi

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण अक्सर डाउन Trend में चल रहे शेयर के बिल्कुल बॉटम पर होता है। यह एक Bullish ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न होता है यानी डाउन Trend में चल रहे शेयर को Uptrend में बदल देता है।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण अगर सपोर्ट लेवल पर होता है तो इसे सबसे अच्छा माना जाता है। और इसमें ट्रेडर का भी बाइंग में इंटरेस्ट बढ़ जाता है।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern की विशेषताएं

  1. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में कैंडल की बॉडी बहुत छोटी होती है।
  2. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में कैंडल का शैडो बहुत बड़ा होता है। यह लगभग बॉडी से चार-पांच गुना बड़ा होता है।
  3. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में हैमर कैंडल का रंग कोई भी हो हरा या लाल उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। परंतु अगर हरा हो तो इसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है।
  4. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न यह एक Bullish Trend रिवर्सल पैटर्न है यानी यह Down ट्रेंड में चल रहे शेयर का ट्रेंड बदलकर Uptrend कर देता है।
  5. हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न अगर सपोर्ट पर आकर बना तो इसे ज्यादा शक्तिशाली मानते हैं। और इसमें आप कंफर्म ट्रेड ले सकते हैं।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern का निर्माण क्यों होता है

किसी शेयर की प्राइस जब ओवर वैल्यूड हो जाती है। तो उस शेयर में बिकवाली चालू हो जाती है। इसी बिकवाली के दौरान जब वह शेयर अपने सपोर्ट लेवल के प्राइस के आसपास आ जाता है तो बायर्स यहां एक्टिव हो जाते हैं।

सेलर कोशिश करते हैं की सपोर्ट लेवल को तोड़कर शेयर को और ज्यादा नीचे गिराया जाए। जिसके कारण उस शेयर में पहले बिकवाली होती है। उसके बाद सपोर्ट के आसपास बहुत सारे बायर्स आ जाते हैं। और उस शेयर में खरीददारी करके उस शेयर को लगभग ओपनिंग प्राइस के आसपास क्लोज कर देते हैं। सेलर्स और बायर्स की इस एक्टिविटी के कारण इस हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण होता है।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern को कैसे पहचाने

सबसे पहले हमें उस शेयर की तलाश करनी चाहिए जिस शेयर में बिकवाली हो रही हो। यानी उस शेयर की प्राइस लगातार नीचे गिर रही हो। उसके बाद हमें यह देखना चाहिए कि वह शेयर अपने सपोर्ट के आसपास कब आता है।

ऐसे में जब वह शेयर अपने सपोर्ट लेवल या बॉटम के आसपास आ जाए तो वहां वह शेयर निवेशको या ट्रेडर को सस्ता लगने लगता है। इसलिए उस लेवल से खरीदारी चालू हो जाती है। इसलिए हैमर कैंडल सबसे ज्यादा शक्तिशाली तब होता है जब वह अपने सपोर्ट या बॉटम के आसपास आने के बाद बने।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern में ट्रेड कब ले

जब कोई शेयर अपने डाउन ट्रेंड में चल रहा हो और वह अपने बॉटम यानी सपोर्ट के आसपास आने के बाद हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण करें। तब हमें उस ट्रेड में एंट्री लेना चाहिए और हमें इस बात का भी ध्यान देना चाहिए कि उसके बाद वाला जो भी कैंडल बने वह हैमर कैंडल के Low को ब्रेक ना करें तभी हम हैमर कैंडल को कंफर्म मानेंगे।

यानी हमें इंतजार करके देखना चाहिए की हैमर कैंडल बनाने के बाद अगले कैंडल में प्राइस ऊपर की तरफ जा रहा है या नहीं। अगर प्राइस ऊपर की तरफ जाने लगे तभी हमें ट्रेड में एंट्री लेना चाहिए।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern में टारगेट कहां होना चाहिए

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न Stop Loss And Target

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में ट्रेडर अपना टारगेट एंट्री लेवल से कैंडल के Low के बीच का अंतर जितना होता है। उतना हम टारगेट एंट्री लेवल से ऊपर की तरफ ले सकते हैं। और कुछ ट्रेडर जो ज्यादा रिस्क ले सकते हो वे अपना टारगेट जो भी नेक्स्ट रेजिस्टेंस लेवल हो वहां तक अपना टारगेट पकड़ सकते हैं।

हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न / Hammer Candlestick Pattern में स्टॉप लॉस कहां होना चाहिए

जो भी अच्छे ट्रेडर होते हैं वे अपना स्टॉपलॉस ट्रेड लेने से पहले ही डिसाइड कर लेते हैं। हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न में ट्रेडर का स्टॉप लॉस हैमर कैंडल के Low के नीचे होना चाहिए।

FAQ :

1 > हैमर कैंडल ( Hammer Candle ) कैसे बनता है ?
Ans : जब किसी शेयर में सबसे पहले बड़ी गिरावट होती है और उसके बाद उस शेयर में रिकवरी होकर उस शेयर की ओपनिंग प्राइस के आसपास ही Price क्लोज हो जाता है तो उस शेयर में हैमर कैंडल का निर्माण होता है।

2 > हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern ) को सबसे ज्यादा शक्तिशाली कब मानना चाहिए ?
Ans : हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern ) को सबसे ज्यादा शक्तिशाली तब मानना चाहिए जब वह अपने सपोर्ट लेवल पर आने के बाद हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का निर्माण करें।

3 > हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern )  में स्टॉप लॉस कहां होना चाहिए ?
Ans : हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern )  में स्टॉप लॉस उस हैमर कैंडल के Low के नीचे होना चाहिए।

4 > हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern ) में टारगेट क्या लेना चाहिए ?
Ans : हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern ) में टारगेट एंट्री लेवल से हैमर कैंडल के Low के बीच का अंतर जितना हो उतना एंट्री लेवल से ऊपर की तरफ टारगेट लेना चाहिए या नेक्स्ट रेजिस्टेंस लेवल तक अपना टारगेट पकड़ सकते हैं। ।

Conclusion :

हमने इस लेख के जरिए हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न ( Hammer Candlestick Pattern ) के बारे में पूरे विस्तार से समझने की कोशिश की है। हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की क्या विशेषताएं होती है। हमने यह समझने की कोशिश की है की हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न का निर्माण कैसे होता है। सही हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न को कैसे पहचाने और हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न स्टॉप लॉस और टारगेट क्या होना चाहिए।

मैं हमेशा से कोशिश करता हूं कि सभी टॉपिक पर विस्तार से जानकारी दूं ।  उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपको बहुत पसंद आया होगा अगर आपको इससे जुड़ा कोई भी संदेह है या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं मैं आपके संदेह को दूर करने की पूरी कोशिश करूंगा । धन्यवाद।

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